Virat Kohli: क्रिटिकल फैन हूँ मैं विराट की मगर..- अंदाज़ देखिये अनु शक्ति सिंह की कलम का विराट कोहली के आकलन पर..
विराट कोहली! मुझे उनका क्रिटिकल फ़ैन कहा जाए तो बेहतर होगा। मैं इस ग़ज़ब के खिलाड़ी की घोर आलोचक हूँ। दरअसल मुझे उनका अग्रेशन/ इज़हार का उनका तरीका बहुत पसंद नहीं है।
इसलिए भी नहीं है कि जल्द ही टीनेजर होने वाला मेरा बेटा अक्सर विराट के इज़हार के तरीकों की नक़ल करता है। मुझे वह तरीका कई बार अजीबोगरीब लगता है।
उन तरीकों से एक-बारगी नज़र हटा लूँ तो विराट शानदार और बस शानदार नज़र आते हैं। एक ऐसा खिलाड़ी जो जब चलता है तो लाजवाब होता है, न चले तो भी ज़बरदस्त होता है।
सचिन, धोनी मेरे सर्वकालिक फेवरेट रहे हैं। मैं विराट में एक अलग ख़ूबी देखती हूँ। वह ख़ूबी है अपनी टीम को सेलिब्रेट करना। हर रन का जश्न मनाना। साथी खिलाड़ियों की हर बाउंड्री पर झूम जाना। मैंने सौम्य सचिन और नेपथ्य में रहने वाले धोनी का ख़ूब उत्सव मनाया है, विराट ख़ुद उत्सव हैं।
आज जब शुभमन के साथ वे जवाब दे रहे थे, ऐसा लग रहा था जैसे कोई कह रहा हो “शुभमन, दोस्त तू आगे बढ़, मेरा साथ है!”
विराट से मेरी सौ शिकायतें हैं। इस बात को नज़रअंदाज़ नहीं कर सकती कि टीम अगर किसी अदृश्य धागे के सहारे गूँथी हुई है तो वह विराट ऊर्जा है।
सौम्य एक्सप्रेशन वाले रोहित के नेतृत्व में जगमगाती विराट ऊर्जा! कम से कम इस पूरे टूर्नामेंट में तो यह दिखा ही!
(अनु शक्ति सिंह)