जिस उम्र में ज़्यादातर लोग आराम करना चाहते हैं, धीमी रफ़्तार से जीना चाहते हैंं, ऊषा राय ने उस उम्र में अपने जीवन की रफ्तार और तेज़ कर दी! दो बार स्टेज-फोर कैंसर को मात देकर, उन्होंने न सिर्फ ज़िंदगी में, बल्कि पढ़ाई में भी शानदार वापसी की है!
वह कहती हैं, “मेरा दूसरा जन्म अप्रैल 2023 में हुआ, जब अचानक मैंने सोचा, ‘मैं MBA करूंगी’, और करीब 45 साल बाद फिर से पढ़ाई शुरू की!”
टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में की कोई अनुभव न होने के बावजूद, उन्होंने MBA in Healthcare Management में दाखिला लिया। पहले लैपटॉप चलाना भी नहीं आता था, लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी।
“मुझे लैपटॉप चलाना नहीं आता था, फिर भी मैंने एक खरीदा। रोज़ प्रैक्टिस की, आज भी सीख रही हूँ; पर क्लास छोड़ने का सवाल ही नहीं था!”
रिटायरमेंट के पहले टीचर रह चुकीं ऊषा ने Zoology (1966) और Education (1978) में डिग्रियां ली हैं। उनकी राह आसान नहीं थी.. उन्होंने 2003 और 2022 में दो बार कैंसर से लड़ाई लड़ी। लेकिन हर बार वह और मज़बूत बनकर उभरीं, यह साबित करते हुए कि सीखने और आगे बढ़ने की कोई उम्र नहीं होती!
और अब वह दुनिया से यही कहती हैं- “अगर मैं 80 की उम्र में कर सकती हूँ, तो आप क्यों नहीं?”
क्या आप भी किसी ऐसे को जानते हैं जो जीवन की दूसरी इनिंग में भी कमाल कर रहे हैं?
(अज्ञात वीरा)



