भैया आज सीजफायर की घोषणा के बाद से जिन –जिन मित्रों का दिल टूट गया है,दिमाग का दही हो गया है और जिनका मोदी जी से विश्वास ही उठ गया है उनसे निवेदन है कि थोड़ा शांत हो जाओ! अतिभावुकता से बचों, ऐसा भरोसा किस काम का जो एक फैसले से ही टूट जाए!वो भी पूरा पक्ष,पूरा विषय जानें बिना!किसी पर विश्वास करने का अर्थ होता है हर परिस्थिति में उसके साथ खड़े रहना! भरोसा रखना! विपरीत परिस्थिति में भी! बल्कि तब तो और ज्यादा मजबूती के साथ! अपनी जिंदगी के निर्णय भी ऐसे ही लेते हैं क्या आप लोग!
भावनाओं में बहे तो बहते चले गए…! समझदार व्यक्ति भावनाओं में बहता है फिर कुछ समय ठहरता है,मूल्यांकन करता है कि इस तरह बहकर प्रतिक्रिया करने से क्या परिणाम मिल रहा है! फिर दुबारा सोच –विचारकर अगला कदम उठाता है! देश हो,समाज हो या निजी जीवन ऐसा ताबड़तोड़ भावनाओं के बहाव में बह जाना उचित नहीं होता! इतनी जल्दी जिसका विश्वास ही डोल जाएं, मोदी जी से ब्रेकअप ही कर ले जोउसे अपने विश्वास का ही आंकलन करना चाहिए!
दूसरी बात अभी 12 मई को दोनों देशों के रक्षा सचिव और अधिकारी मीटिंग करेंगे,उसमें कुछ समझौते,कुछ डिमांड्स होंगी…उसके बाद फाइनल निर्णय होगा! पैनिक होकर,उछल –कूदकर रायता मत फैलाइए!! ….शांत होकर देश के साथ खड़े रहिए!ये पाकिस्तान है ऐसे बाज नहीं आएगा!!इतना तो विश्वास कीजिए पाकिस्तान पर पाकिस्तान की तरफ से तो आज ही जम्मू में सीजफायर का उल्लंघन हो चुका है! उनकी सेना,उनकी जनता वैसे भी अपनी सरकार को गिनती ही नहीं!
लेकिन आप अपनी सरकार पर ,अपनी सेना पर भरोसा रखिए! ट्रस्ट द प्रोसेस!