24.7 C
New York
Thursday, June 12, 2025

Buy now

spot_img

Hindi: हिन्दी के मुहावरे बड़े ही बावरे

Hindi: यहां हिन्दी के मुहावरों का किन्चित लीजिये आनंद..

हिंदी के मुहावरे, बड़े ही बावरे है,

खाने पीने की चीजों से भरे है…

कहीं पर फल है तो कहीं आटा-दालें है,

कहीं पर मिठाई है, कहीं पर मसाले है ,

चलो, फलों से ही शुरू कर लेते है,

एक एक कर सबके मजे लेते है…

आम के आम और गुठलियों के भी दाम मिलते हैं,

कभी अंगूर खट्टे हैं,

कभी खरबूजे, खरबूजे को देख कर रंग बदलते हैं,

कहीं दाल में काला है,

तो कहीं किसी की दाल ही नहीं गलती है,

कोई डेड़ चावल की खिचड़ी पकाता है,

तो कोई लोहे के चने चबाता है,

कोई घर बैठा रोटियां तोड़ता है,

कोई दाल भात में मूसरचंद बन जाता है,

मुफलिसी में जब आटा गीला होता है,

तो आटे दाल का भाव मालूम पड़ जाता है,

सफलता के लिए कई पापड़ बेलने पड़ते है,

आटे में नमक तो चल जाता है,

पर गेंहू के साथ, घुन भी पिस जाता है,

अपना हाल तो बेहाल है, ये मुंह और मसूर की दाल है,

गुड़ खाते हैं और गुलगुले से परहेज करते हैं,

और कभी गुड़ …

(अज्ञातिका)

Related Articles

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Stay Connected

0FansLike
0FollowersFollow
0SubscribersSubscribe
- Advertisement -spot_img

Latest Articles