Gudiya: हापुड़ में एक ही कमरे में 11 लोगों का गुज़ारा और हालात ये कि सोने के लिए बिस्तर तक नहीं..
”मैं 42 साल की हूँ और 28 मार्च को मेरठ में मैंने अपने 12वें बच्चे को जन्म दिया। मेरी बेटी और मैं दोनों स्वस्थ हैं। इससे पहले मेरे सारे 11 बच्चे घर पर ही पैदा हुए थे। इनमें से 2 जुड़वाँ बच्चों की मौत हो गई थी। एक बच्चा मैंने अपने जेठ (बड़े भाई) को दे दिया है। अभी मेरे साथ 9 बच्चे हैं। आगे और बच्चे होंगे या नहीं, यह समय बताएगा। सब अल्लाह की देन है।”
जो ऊपर आपने पढ़ा वो बता रही हैं हापुड़ से 25 किलोमीटर दूर बजरंगपुरी पिलखुवा की रहने वाली गुड़िया बेगम। गुड़िया बेगम की शादी 18 साल की उम्र में हो गई थी। उसकी ससुराल मेरठ में है। शादी के बाद साल 1999 में याने की 26 साल पहले उसने अपने पहले बच्चे को जन्म दिया था। अभी उसका सबसे बड़ा बेटा 24 साल का है।
12वें बच्चे के जन्म के बाद गुड़िया बेगम को लेकर चारों तरफ चर्चा शुरू हो गई. लोग अलग-अलग बातें करने लगे। कुछ लोग उसे अंबेडकर नगर की उस महिला की तरह झूठी बता रहे थे, जिसने अपने दो दर्जन बच्चे होने का दावा किया था। हालाँकि बाद में पता चला कि उसके मात्र 2 ही बच्चे हैं।

कमरे के अंदर ही बना है रसोईघर
घर की बात करें तो गुड़िया बेगम का बहुत ही छोटा सा घर है 14×12 फीट का। घर में सिर्फ एक कमरा है, जिसके भीतर ही रसोई भी बनी हुई है। इस जरा सी रसोई में एक चूल्हा है और उस पर चढ़ा हुआ एक भगोना चढ़ा है। पूरी रसोई में बर्तन केवल चार हैं। एक छोटा सिलेंडर और पानी से भरी बाल्टी भी वहीं पास में रखी है। खाने के डिब्बे खाली पड़े हैं। कपड़े ज्यादा नहीं हैं, जो कमरे में बनी एक अलमारी में रखे हैं।

चूल्हे से थोड़ी दूर पर तीन बिस्तर एक पंक्ति में बिछे हुए हैं, जिन पर पूरा कुनबा सोता है। घर में एक भी बना बनाया बेड नहीं है। गर्मियों में बड़ा बेटा अपने अब्बू के संग बाहर सो जाते हैं। गुड़िया बेगम की एक बेटी की साल 2017 में शादी हो चुकी है। उसकी एक बेटी है। जब उसे अपनी माँ के यहाँ बहन के जन्म की खबर मिली, तो वह मदद के लिए आ गई।
मेरठ में हुई थी गुड़िया बेगम की शादी
अपनी शादी को लेकर गुड़िया बेगम बताती हैं— “मेरी शादी इमामुद्दीन से हुई थी। शादी मेरठ में हुई थी, लेकिन काम की वजह से हम हापुड़ में किराए के घर में रहने लगे। पहले हम किसी और घर में रहते थे, अब दो साल से इस घर में हैं। इसका किराया 800 रुपए महीना है।”
“शादी के कुछ साल तो अच्छे बीते, लेकिन फिर मेरे पति को शराब की लत लग गई। वे इतना पीने लगे कि बच्चों की भी परवाह नहीं करते थे। कुछ समय तक मैंने भी मजदूरी करके घर चलाया। जब मेरा बेटा बड़ा हुआ, तो उसने काम करना शुरू कर दिया। वह मुझे काम नहीं करने देता था। बाद में उसने अपने छोटे भाई को भी काम पर लगा दिया। अब उन दोनों की कमाई से घर चलता है। पति आज भी सारी कमाई शराब पर उड़ा देते हैं।”
यह गुड़िया बेगम की रसोई है, जो कमरे के अंदर ही बनी हुई है।
”मेरा बड़ा बेटा साहिल सिर्फ 8वीं तक पढ़ा है”
गुड़िया बेगम बच्चों की पढ़ाई को लेकर बताती हैं— “मेरा बड़ा बेटा साहिल सिर्फ 8वीं तक पढ़ा है। बाकी बच्चे अनपढ़ हैं, कभी स्कूल नहीं गए। साहिल ही उन्हें घर पर थोड़ा-बहुत पढ़ा देता है। घर में खाने का भी ठिकाना नहीं रहता। सुबह खाना मिले तो शाम का पता नहीं, शाम को खाना मिले तो सुबह की चिंता सताती है।”
आगे और बच्चे पैदा करने के बारे में पूछे जाने पर गुड़िया बेगम कहती हैं— “यह तो वक्त ही बताएगा। सब अल्लाह की देन है।”

”मैं और मेरा भाई मिलकर कमाते हैं”
गुड़िया बेगम के बड़े बेटे साहिल ने बताया — “मैं वेल्डिंग का काम करता हूँ। मेरा एक भाई भी मेरे साथ काम करता है। जो कमाई होती है, उसी से घर चलता है। अम्मी को जब बेटी हुई, तो एंबुलेंस में ही डिलीवरी हो गई। अब्बू तब हमारे साथ नहीं आए थे, बल्कि फोन पर अम्मी को गालियाँ दे रहे थे और घर वापस न आने के लिए कह रहे थे।”
दो बच्चे ही गुड़िया बेगम के काम करते हैं, बाकी सभी घर पर रहते हैं।
गुड़िया के 10 बच्चों के नाम
- साहिल (24 साल) – वेल्डिंग का काम करता है।
- राहिल (23 साल) – मजदूरी करता है।
- समीर (20 साल) – बेरोज़गार, काम की तलाश में है।
- रिहाना (19 साल) – शादीशुदा।
- इमराना (17 साल) – घर पर रहती है।
- रमजानि (15 साल) – घर पर रहता है।
- फैजान (13 साल) – घर पर रहता है।
- अलीशा (6 साल) – घर पर रहती है।
- आरम (4 साल) – गुड़िया ने उसे अपने जेठ (बड़े भाई) को दे दिया है।
- नवजात शिशु – अभी नाम नहीं रखा गया।