Drama Queen का वीडियो वायरल हो गया है जिसमें यूट्यूबर ने अपनी जान और रेलयात्रियों की जान को डाला खतरे में ..
तेलंगाना के रंगा रेड्डी जिले से एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है, जहां एक महिला ने सोशल मीडिया पर वायरल होने के चक्कर में रेलवे ट्रैक को ही अपना हाईवे बना डाला। उसने करीब 7 किलोमीटर तक अपनी कार को रेलवे लाइन पर दौड़ाया, जिससे रेलवे और पुलिस प्रशासन में हड़कंप मच गया।
वायरल होने की दीवानगी, जिसने मचा दिया हड़कंप
इस घटना को जिसने भी देखा, वह हैरान रह गया। महिला पूरी लापरवाही से रेलवे पटरियों पर कार चला रही थी, मानो किसी एक्सप्रेस वे पर हो। रेलवे कर्मचारियों ने तुरंत कंट्रोल रूम को सूचित किया, जिसके बाद करीब 15 ट्रेनों को या तो रोका गया या उनके रास्ते डायवर्ट किए गए। सौभाग्य से कोई दुर्घटना नहीं हुई, वरना यह लापरवाही भारी तबाही में बदल सकती थी।
चेतावनियों को किया अनदेखा, फिर भी नहीं रुकी
पुलिस और रेलवे स्टाफ की चेतावनियों के बावजूद महिला नहीं रुकी। लगातार 7 किलोमीटर तक कार ट्रैक पर दौड़ाती रही। जब किसी तरह कार को रोका गया, तब भी उसने बाहर निकलने से इनकार कर दिया। करीब 20 लोगों ने मिलकर उसे कार से बाहर निकाला और पुलिस को सौंपा।
यूपी की रहने वाली है महिला, मानसिक स्थिति संदिग्ध
प्रारंभिक जांच में पता चला है कि महिला उत्तर प्रदेश की रहने वाली है और हाल ही में एक मल्टीनेशनल कंपनी में काम कर रही थी। उसकी उम्र करीब 34 साल बताई जा रही है। उसके पास से ड्राइविंग लाइसेंस और पैन कार्ड बरामद हुए हैं।
रेलवे पुलिस की डीएसपी चांदना दीप्ति ने बताया कि महिला बहुत गुस्से में थी और उसकी मानसिक स्थिति सामान्य नहीं लग रही थी। अब उसकी मेडिकल जांच कराई जा रही है, ताकि यह स्पष्ट हो सके कि यह आत्महत्या की कोशिश थी या कोई पब्लिसिटी स्टंट।
सोशल मीडिया पर वीडियो हुआ वायरल, लोग कर रहे सवाल
इस पूरी घटना का वीडियो अब सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। लोग तरह-तरह की प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं—कुछ इसे मानसिक स्वास्थ्य से जुड़ी समस्या मान रहे हैं, तो कुछ लोग इसे ‘वायरल बनने की सनक’ करार दे रहे हैं।
सोचने वाली बात: कहीं हम ‘वायरल’ के पीछे खुद को तो नहीं खो रहे?
यह घटना सिर्फ कानून व्यवस्था की नहीं, बल्कि समाज के बदलते मानसिक ढांचे की भी कहानी है। सवाल यह है कि क्या सोशल मीडिया पर कुछ लाइक्स और फॉलोअर्स पाने की चाहत में हम अपनी और दूसरों की जान को खतरे में डालने लगे हैं?
जो भी हो, यह घटना एक चेतावनी है – लोकप्रियता की दौड़ में कहीं हम इंसानियत और समझदारी को पीछे तो नहीं छोड़ रहे।
(प्रस्तुति -अंजू डोकानिया)