“ज़ीरो डे” नेटफ्लिक्स पर हाल ही में जोडी गई एक शानदार, यथार्थपरक वेबसीरीज है …मैं रॉबर्ट डी नीरों की जबरिया फैन हूँ …
“इंटर्न” देखने के बाद बस पूछिए ही मत, वो किरदार में किस तरह डूब जाते हैं … … और यह वेबसीरीज जो वर्तमान सोशल मीडिया से जन्मे कल्चर की बखिया – बखिया उधेड देती है …
आज दुनिया भर के देश सोशल मीडिया एक्टिविस्ट, इंफ्लूएंसर्स के कारण जन्में उन्माद को झेल रहे हैं …अपने लाखों – करोडो फॉलोवर्स बनाकर कैसे कुछ लोग अपने ही देश के विरुद्ध माहौल बनाते हैं, अपने ही देश के विरुद्ध साजिशे रचते हैं …
और यह सब कुछ होता है अभिव्यक्ति की आज़ादी के नाम पर … क्योकि जनता भेडो की तरह प्रभावित होती है, बस चल पडती है आंख मूंदकर … किसी भी पत्रकार, बुद्धिजीवी, सामाजिक कार्यकर्ता, राजनेता या धर्म गुरु के … यहां तक 25 – 30 वर्ष के युवाओं के भी अरबों फोलोवर्स हैं …
फ़ॉलोवर्स नहीं जानतें अपनी शक्ति को जिसका दुरुपयोग किया जाता है अपने ही देश और समाज के विरुद्ध … निजी स्वार्थ में भूल जाते हैं ऐसे सोशल मीडिया सेंसेशन अपने ही देश के हित को क्योंकि वो हमको – आपको प्रभावित करने की, उन्मादित करने की ताकत रखते हैं ..
वो आपके लाइक्स, कमेंट्स और व्यूज़ के आधार पर करोडो कमा रहें हैं … और अधिक लोकप्रियता पाने के लिये, अधिक धन कमानें के लिये ये लोग अधिकांशत: देश विरोधी या समाज विरोधी हो जाते हैं ….
यही कारण हैं कि दुनिया के तमाम देश “राष्ट्र हित सर्वोपरि” की राह पर चल पडे हैं क्योंकि सब त्रस्त हो चुके हैं ऐसे “प्रभावशाली व्यक्तित्वों”से … एक गम्भीर विषय पर बनी उम्दा वेबसीरीज …
काश आम जनता अपनी ताकत को समझती …
(सुजाता)